देहरादून:- 38 वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की टीम ने पदकों की सेंचुरी मारकर इतिहास बना दिया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को बधाई दी है।
एक दिन पहले तक उत्तराखंड की टीम 97 पदक जीत कर एकदम शतक के मुहाने पर आ गई थी। शुक्रवार को एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल समेत तीन पदक जीतकर उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने पदकों का शतक पूरा कर लिया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि पदकों की संख्या के मामले में अभी तक उत्तराखंड का सर्वाधिक स्कोर गोवा में 24 पदक रहा था। अपने पुराने बेस्ट को चार गुना से भी ज्यादा के अंतर से तोड़ना अपने आप में हमारे खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण की कहानी को बताता है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि 9 नवंबर 2023 को जैसे ही उत्तराखंड को 38वीं नेशनल गेम्स की मेजबानी की औपचारिक रूप से जिम्मेदारी मिली थी, उसके बाद से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने खिलाड़ियों के पक्ष में उन बड़े फैसलों से माहौल को बदलना शुरू किया, जिनका नतीजा आज देखने को मिल रहा है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना, पदक जीतने पर आउट ऑफ टर्म नौकरी, सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों को 4% आरक्षण, पदक विजेताओं को दोगुनी इनाम राशि, खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज जैसी योजनाओं ने देवभूमि को खेल भूमि बनने की तरफ अग्रसर कर दिया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश के गांव गांव से जो खेल प्रतिभाएं निखरकर इन राष्ट्रीय खेलों में आगे आई है अब हम उन्हें एशियाड और ओलंपिक में चैंपियन बनने के लिए तैयार करेंगे।
https://googleads.g.doubleclick.net/pagead/ads?gdpr=0&client=ca-pub-1027687244342997&output=html&h=392&adk=3885379693&adf=1093419830&w=392&abgtt=6&lmt=1747305613&num_ads=1&rafmt=1&armr=3&sem=mc&pwprc=9306681096&ad_type=text_image&format=392×392&url=https%3A%2F%2Fdevbhumiemedia.com%2F38th-national-games-uttarakhand-scored-a-century-of-medals-this-century-will-be-recorded-in-golden-letters-in-history%2F&host=ca-host-pub-2644536267352236&fwr=1&pra=3&rh=301&rw=361&rpe=1&resp_fmts=3&sfro=1&wgl=1&fa=27&uach=WyJBbmRyb2lkIiwiMTMuMC4wIiwiIiwiVjIwNTUiLCIxMzYuMC43MTAzLjg3IixudWxsLDEsbnVsbCwiIixbWyJDaHJvbWl1bSIsIjEzNi4wLjcxMDMuODciXSxbIkdvb2dsZSBDaHJvbWUiLCIxMzYuMC43MTAzLjg3Il0sWyJOb3QuQS9CcmFuZCIsIjk5LjAuMC4wIl1dLDBd&dt=1747305612862&bpp=6&bdt=1153&idt=-M&shv=r20250513&mjsv=m202505080101&ptt=9&saldr=aa&abxe=1&cookie=ID%3D269575d78c0a60ba%3AT%3D1732864054%3ART%3D1747305328%3AS%3DALNI_MabTHxvu3jmgm2bQwyUfU3KZxI12Q&gpic=UID%3D00000f7a3749146a%3AT%3D1732864054%3ART%3D1747305328%3AS%3DALNI_MYi1zfRVIEwLWMhTTP65SSaQs9ElA&eo_id_str=ID%3Df6222203f948e97e%3AT%3D1743353014%3ART%3D1747305328%3AS%3DAA-AfjZYtyxYFiBmLioP-lUSFf9F&prev_fmts=0x0%2C0x0%2C0x16%2C392x409%2C392x409%2C392x392&nras=3&correlator=7193877176885&frm=20&pv=1&u_tz=330&u_his=47&u_h=873&u_w=393&u_ah=873&u_aw=393&u_cd=24&u_sd=2.75&dmc=8&adx=0&ady=1987&biw=392&bih=746&scr_x=0&scr_y=220&eid=95331833%2C95353387%2C31092389%2C95360960%2C95356797%2C95340253%2C95340255&oid=2&pvsid=7851860541637472&tmod=1978448118&uas=0&nvt=1&ref=https%3A%2F%2Fdevbhumiemedia.com%2Fbimla-bahuguna-wife-of-great-environmentalist-and-chipko-movement-leader-sunderlal-bahuguna-passed-away%2F&fc=1408&brdim=0%2C0%2C0%2C0%2C393%2C0%2C393%2C747%2C392%2C746&vis=1&rsz=%7C%7Cs%7C&abl=NS&fu=128&bc=31&bz=1&td=1&tdf=2&psd=W251bGwsbnVsbCwidHJlYXRtZW50XzEuMSIsMV0.&nt=1&pgls=CAEQARoFNC44LjI.~CAEaBTYuOC4x~CAEQBBoHMS4xNTIuMQ..&ifi=9&uci=a!9&btvi=3&fsb=1&dtd=308
पदकों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर पहुंचा उत्तराखंड
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इन राष्ट्रीय खेलों में जीते गए पदकों की संख्या के मामले में उत्तराखंड चौथे नंबर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से देश में 21 वां स्थान रखने वाला राज्य अगर पदकों की संख्या के मामले में चौथे नंबर पर है तो हमारे एथलीट्स की प्रतिभा और उनकी मेहनत पर हर प्रदेशवासी को गौरव होना चाहिए।
नेट बाल में सिल्वर जीतते ही पूरी हुई सेंचुरी
नेटबॉल के फाइनल मैच में जैसे ही उत्तराखंड की टीम ने बृहस्पतिवार के शाम देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिल्वर मेडल जीता, इसके साथ ही उत्तराखंड की मेडल की सेंचुरी पूरी हो गई।
यह रहे सेंचुरी के सुपरस्टार
इन राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड को कुछ ऐसे खिलाड़ी मिले जिन्होंने गोल्ड मेडल की लाइन लगा दी। मॉडर्न पेंटाथ्लान में हमारे दो एथलीट्स सक्षम सिंह और ममता खाती ने एक ही दिन में तीन-तीन गोल्ड मेडल जीतकर गोल्डन हैट्रिक लगाई। अंकित ध्यानी ने एथलेटिक्स में झंडा गाडते हुए पहले 3000 मी स्टीपलचेज इवेंट में गोल्ड जीता और उसके बाद 5000 मीटर दौड में भी अंकिता गोल्ड लेकर आई। कैनोइंग और क्याकिंग में भी पी.सोनिया ऐसी खिलाड़ी रही जिन्होंने दो गोल्ड मेडल जीते हैं।