बताया जा रहा है कि साइट पर 24 लोग मौजूद थे, जिसमें से करीब 16 लोगों की मौत हुई है। वहीं, झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है।
भगवान सिंह/चमोली। उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हुआ है। चमोली बाजार के पास नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। दर्दनाक हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग बुरी तरह झुलसे हैं। हादसे में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं।
चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं 6 लोग झुलसे हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
ऐसे हुआ चमोली में बड़ा हादसा
जानकारी के अनुसार, चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। बुधवार को जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त साइट पर 24 लोग मौजूद थे, वहीं, झुलसे हुए कई लोगों को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। डीएसपी प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है। उनके चिकित्सीय परीक्षण के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मीटर के तारों से फैला करंट
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली।
सीएम धामी ने कहा कि घायलों को देहरादून लाया जा रहा है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी। उनके लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार को हेलिकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेजा जा रहा है।