टिहरी:उत्तराखंड के एक छोटे से गांव के युवक दीपक रतूड़ी ने अपनी मेहनत और हुनर के बल पर सात समंदर पार भी सफलता का परचम लहराया है. टिहरी के रहने वाले दीपक रतूड़ी कनाडा में पुलिस अधिकारी बने हैं. दीपक को कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद कनाडा पुलिस में चयनित किया गया है. वहीं, दीपक के पुलिस अधिकारी बनने पर परिवार और गांव में खुशी की लहर है।
पिता के साथ कनाडा गए थे दीपक:बता दें कि दीपक रतूड़ी मूल रूप से टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक स्थित स्यूरा बासर गांव के रहने वाले हैं. दीपक के पिता जगत राम रतूड़ी एक होटल में शेफ के रूप में कार्यरत हैं. साल 2011 में दीपक अपने पिता के साथ कनाडा चले गए थे. विदेश में रहकर भी दीपक ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल शिक्षा पूरी की, बल्कि कनाडा पुलिस जैसी प्रतिष्ठित सेवा में चयन पाकर सभी को गर्व महसूस कराया है।
गांव से जुड़ाव बनाए रखा: दीपक विदेश में रहने के बावजूद अपने गांव स्यूरा बासर से जुड़े हुए हैं. समय-समय पर गांव आते-जाते रहते हैं. स्यूरा बासर के ग्रामीणों का कहना है कि दीपक की सफलता से युवाओं को प्रेरणा मिली है. उनके परिवार ने बताया कि दीपक ने हमेशा सामाजिक सेवा और देश-विदेश में उत्तराखंड का नाम रोशन करने का संकल्प लिया था।
कनाडा पुलिस में चयन एक बड़ी उपलब्धि:

कनाडा पुलिस में चयनित होना कोई आसान काम नहीं है. इसके लिए शारीरिक, मानसिक और लिखित परीक्षाओं की कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. दीपक ने इन सभी चरणों को सफलतापूर्वक पार कर अपनी काबिलियत साबित की है. उनकी इस उपलब्धि से टिहरी ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड के युवाओं को प्रेरणा मिली है।
परिवार और ग्रामीणों में खुशी:
दीपक के पिता जगत राम रतूड़ी ने बताया कि उनका बेटा हमेशा से ही मेहनती और महत्वाकांक्षी रहा है. उन्होंने कहा कि ‘हमें अपने बेटे पर गर्व है. उसने अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है.’ गांव के लोगों ने भी दीपक की सफलता पर उनके परिवार को बधाई दी है. साथ ही उम्मीद जताई है कि वो भविष्य में और ऊंचाइयों को छुएगा।
दीपक रतूड़ी की कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सपने देखते हैं और मेहनत से उन्हें पूरा करना चाहते हैं. उनकी सफलता ने साबित किया है कि सही लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. वहीं, दीपक की इस सफलता पर दादा (पूर्व प्रधान) दशरथ प्रसाद रतूड़ी, निवर्तमान प्रधान हरीश बसलियाल, डॉ. नरेश बसलियाल, प्रभुदत्त बसलियाल आदि ने खुशी जताई है।